तुम्हें प्यार है मुझसे

By on October 25, 2014, in Best Picks, Poem

लब्जों में मेरी खूबसूरती
बयाँ ना करो तुम
तुम्हारी प्यार भरी नजरों में
यूँ ही झलक जाता है।

नजराने मेरी चाँद-सितारे
तोड़ा ना करो तुम
तुम्हारी चाहत की रोशनी में
हुस्न यूँ-ही चमक जाता है।

शरारत भरी मुस्कान लिये
यूँ देखा ना करो तुम
फिजा का रंग सिमट कर
मन को रंगा जाता है।

भौंरे की तरह यूँ
मंडराया ना करो तुम
तुम्हारी मदहोश गुंजन से
दिल यूँ-ही मचल जाता है।

तुम्हें कितना प्यार है मुझसे
जताया ना करो तुम
तुम्हारे स्पर्श के अहसास में
तन यूँ-ही सिहर जाता है।

                                            कुमुद