मांस का स्वाद

By on October 24, 2014, in Best Picks, Laghu Katha

नर और मादा गिद्ध तथा उनका बच्चा, तीनों ही तीन मनुष्यों की लाश पर बैठ मांस खाने में मस्त थे। अकस्मात नर गिद्ध इधर-उधर पड़े अन्य लाशों पर चोंच मारने लगा। मादा गिद्ध ने चकित होकर उसे देखा। नर गिद्ध ने कहा, ‘‘ये लाशें कल रात हुए सांप्रदायिक दंगे में आपस में लड़कर मरे लागों की हैं। इनमें से कुछ मुसलमान, तो कुछ हिन्दू हैं। मैं चखकर देख रहा था, पर मांस के स्वाद में मुझे तो कोई फर्क नहीं लगा।

बातचीत के बीच में ही बच्चा गिद्ध बोल पड़ा, ‘‘मुझे तो इस लाश में कुत्ते के मांस का स्वाद मिला।’’

हँस पड़े नर, मादा दोनों ही। मादा गिद्ध ने कहा, ‘‘इसने पहली बार मनुष्य का मांस खाया है, इसलिए स्वाद को समझ नहीं पा रहा है।

हँस पड़ा बच्चा गिद्ध भी। ‘‘-मैं सब समझ पाता हूँ मम्मी। राजनीतिज्ञों के छूस-छूस करते ही अगर ये आपस में मार-काटकर मरते हैं, तो ये कुत्ते ही हुए ना?

कुमुद